
















हे प्रभु...!!
जैसे..स्कूलमें किसी तुफानी
बालकको मोनीटर बनाते है
वैसे मेरे चंचल...नटखट...
तुफानी...मनको महेताजी बना दे !!
जो...हिसाब कर सके.....
मेरे जिवनके लेन-देनका......!!
क्या खोया..क्या पाया..
उसके नफे-नुकशानका..!!
जिसकी निकालके प्रत
किसी गीतार्थ गुरु भगवंतसे
ओडीट...करवा लूं.....
और तेरे दरबारमें पेश कर दूँ.......!!!!!!
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.