कर्म पर अनमोल विचार और कथन
Quote 1: कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि ॥
-भगवान श्री कृष्ण (Lord Shree Krishna) (गीता 2 – 47)
Quote 2: इस संसार में कोई मनुष्य स्वभावतः किसी के लिए उदार, प्रिय या दुष्ट नहीं होता। अपने कर्म ही मनुष्य को संसार में गौरव अथवा पतन की ओर ले जाते है।
-नारायण पण्डित (Narayan Pandit)
-नारायण पण्डित (Narayan Pandit)
Quote 3: कर्म करना बहुत अच्छा है, पर वह विचारो से आता है, इसलिए अपने मस्तिष्क को उच्च विचारो एवं उच्चतम आदर्शो से भर लो, उन्हें रात-दिन अपने सामने रखो, उन्हीं में से महान कर्मो का जन्म होगा।
-महर्षि अरविन्द (Maharishi Arvind)
-महर्षि अरविन्द (Maharishi Arvind)
Quote 4: केवल वही व्यक्ति सब की उपेक्षा उत्तम रूप से करता है जो पूर्णतया निस्वार्थी है, जिसे न धन की लालसा है, न कीर्ति की और न अन्य किसी वस्तु की।
-स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand)
-स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand)
Quote 5: जो निष्काम कर्म की राह पर चलता है, उसे इसकी परवाह कब रहती है कि किसने उसका अहित साधन किया है।
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 6: तुम जो भी कर्म प्रेम और सेवा की भावना से करते हो, वह तुम्हे परमात्मा की ओर ले जाता है। जिस कर्म में घृणा छिपी होती है, वह परमात्मा से दूर ले जाता है।
-सत्य साईं बाबा (Satya Sai Baba)
-सत्य साईं बाबा (Satya Sai Baba)
Quote 7: कर्म का मूल्य उसके बाहरी रूप और बाहरी फल में इतना नहीं है, जितना की उसके द्वारा हमारे भीतर दिव्यता की वृद्धि होने में है।
-अरविन्द (Arvind)
-अरविन्द (Arvind)
Quote 8: अविद्या से संसार की उत्पत्ति होती है। संसार से घिरा जीव विषयो में आसक्त रहता है। विषयासक्ति के कारण कामना और कर्म निरंतर दबाव बना रहता है। कर्म शुभ और अशुभ दो प्रकार के हो सकते है और शुभ-अशुभ दोनों प्रकार के कर्मो का फल मिलता है।
-मणिरत्नमाला (Maniratnmala)
-मणिरत्नमाला (Maniratnmala)
Quote 9: कर्मयोगी अपने लिए कुछ करता ही नहीं। अपने लिए कुछ भी नहीं चाहता और अपना कुछ मानता भी नहीं। इसलिए उसमे कामनाओं का नाश सुगमता पूर्वक हो जाता है।
-स्वामी विश्वास जी (Swami Vishvas ji)
-स्वामी विश्वास जी (Swami Vishvas ji)
Quote 10: कर्म करने और उसका फल पाने के बीच लम्बा समय लगता है, जिसकी प्रतीक्षा धैर्य पूर्वक करनी पड़ती है। बीज को वृक्ष बनने में कुछ समय लगता है। अखाड़े में दाखिल होते ही कोई पहलवान नहीं हो जाता। विद्यालय में प्रवेश पाते ही कोई ज्ञानी नहीं हो जाता। कामयाबी धैर्य से मिलती है, कर्मक्षेत्र चाहे कोई भी हो।
-स्वर्ण सूत्र (Golden Thread)
-स्वर्ण सूत्र (Golden Thread)
Quote 11: जो व्यक्ति छोटे-छोटे कर्मो को भी ईमानदारी से करता है, वही बड़े कर्मो को भी ईमानदारी से कर सकता है।
-सैमुअल (Samuel)
-सैमुअल (Samuel)
Quote 12: कर्मठ इहलोक-परलोक का ध्यान कर कर्म नहीं करता, वह तो बस क्रियारत रहता है।
-भरतमुनि (Bharata Muni)
-भरतमुनि (Bharata Muni)
Quote 13: इस धरती पर कर्म करते हुए सौ साल तक जीने की इच्छा रखो, क्योंकि कर्म करने वाला ही जीने का अधिकारी है। जो कर्मनिष्ठा छोड़कर भोगवृत्ति रखता है, वह मृत्यु का अधिकारी बनता है।
-वेद (Veda)
-वेद (Veda)
Quote 14: कर्म वह आइना है, जो हमारा स्वरूप हमे दिखा देता है। अतः हमे कर्म का अहसानमंद होना चाहिए।
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
Quote 15: कर्मशील लोग शायद ही कभी उदास रहते हो। कर्मशीलता और उदासी दोनों साथ-साथ नहीं रहती है।
-बोवी (Bowie)
-बोवी (Bowie)
Quote 16: काम को आरम्भ करो और अगर काम शुरू कर दिया है, तो उसे पूरा करके ही छोड़ो।
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
Quote 17: कर्मशील व्यक्ति के लिए हवाएँ मधु बहाती है, नदियों में मधु बहता है और ओषधियाँ मधुमय हो जाती है।
-ऋग्वेद (Rigveda)
-ऋग्वेद (Rigveda)
Quote 18: कर्म ही मनुष्य के जीवन को पवित्र और अहिंसक बनाता है।
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
Quote 19: जो निष्काम कर्म की राह पर चलता है, उसे उसकी परवाह कब रहती है कि किसने उसका अहित साधन किया है।
-बंकिमचन्द्र (Bankim Chandra)
-बंकिमचन्द्र (Bankim Chandra)
Quote 20: ‘फलासक्ति छोड़ो और कर्म करो’, ‘आशा रहित होकर कर्म करो’, ‘निष्काम होकर कर्म करो’ यह गीता की वह ध्वनि है जो भुलाई नहीं जा सकती। जो कर्म छोड़ता है वह गिरता है। कर्म करते हुए भी जो उसका फल छोड़ता है वह चढ़ता है।
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
Quote 21: भविष्य चाहे कितना ही सुन्दर हो विश्वास न करो, भूतकाल की चिंता न करो, जो कुछ करना है उसे अपने पर और ईश्वर पर विश्वास रखकर वर्तमान में करो।
-लांगफेलो (Longfellow)
-लांगफेलो (Longfellow)
Quote 22: निष्काम कर्म ईश्वर को ऋणी बना देता है और ईश्वर उसे सूद सहित वापस करने के लिए बाध्य हो जाता है।
-स्वामी रामतीर्थ (Swami Ramtirth)
-स्वामी रामतीर्थ (Swami Ramtirth)
Quote 23: जैसे तेल समाप्त हो जाने से दीपक बुझ जाता है, उसी प्रकार कर्म के क्षीण हो जाने पर दैव नष्ट हो जाता है।
-वेद व्यास (महा.) (Veda Vyasa)
-वेद व्यास (महा.) (Veda Vyasa)
Quote 24: फल मनुष्य के कर्म के अधीन है, बुद्धि कर्म के अनुसार आगे बढ़ने वाली है, तथापि विद्वान और महात्मा लोग अच्छी तरह विचारकर ही कोई काम करते है।
-चाणक्य (Chanaky)
-चाणक्य (Chanaky)
Quote 25: खेल में हम सदा ईमानदारी का पल्ला पकड़कर चलते है, पर अफ़सोस है कि कर्म में हम इस ओर ध्यान तक नहीं देते।
-रस्किन (Ruskin)
-रस्किन (Ruskin)
Quote 26: वही कार्य सबसे अच्छा है जिससे बहुसंख्यक लोगो को अधिक से अधिक आनंद मिल सके।
-फ्रांसिस हचिसन (Francis Hutcheson)
-फ्रांसिस हचिसन (Francis Hutcheson)
Quote 27: जैसे फूल और फल किसी की प्रेरणा के बिना ही अपने समय पर वृक्षों में लग जाते है, उसी प्रकार पहले के किये हुए कर्म भी अपने फल-भोग के समय का उल्लंघन नहीं करते।
-वेदव्यास (महा.) (Veda Vyasa)
-वेदव्यास (महा.) (Veda Vyasa)
Quote 28: अभाग्य से हमारा धन, नीचता से हमारा यश, मुसीबत से हमारा जोश, रोग से हमारा स्वास्थ्य, मृत्यु से हमारे मित्र हमसे छीने जा सकते है, किन्तु हमारे कर्म मृत्यु के बाद भी हमारा पीछा करेंगे।
-कोल्टन (Colton)
-कोल्टन (Colton)
Quote 29: जहाँ देह है वहाँ कर्म तो है ही, उससे कोई मुक्त नहीं है। तथापि शरीर को प्रभुमंदिर बनाकर उसके द्वारा मुक्ति प्राप्त करनी चाहिए।
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
Quote 30: कर्म की परिसमाप्ति ज्ञान में और कर्म का मूल भक्ति अथवा सम्पूर्ण आत्म-समर्पण में है।
-अरविन्द घोष (Aurobindo Ghosh)
-अरविन्द घोष (Aurobindo Ghosh)
Quote 31: कर्म सदैव सुख न ला सके परन्तु कर्म के बिना सुख नहीं मिलता।
-डिजरायली (Dizraeli)
-डिजरायली (Dizraeli)
Quote 32: मनुष्य के कर्म ही उसके विचारो की सबसे अच्छी व्याख्या है।
-लॉक (Lock)
-लॉक (Lock)
Quote 33: कर्म ही पूजा है और कर्तव्य- पालन भक्ति है।
-सत्य सांई बाबा (Satya Sai Baba)
-सत्य सांई बाबा (Satya Sai Baba)
Quote 34: जीवन में किए हुए कर्म को परिवर्तित करने की पूर्ण असम्भाव्यता से अधिक दुःखमय और कुछ नहीं है।
-गाल्सवर्दी (Galsavardi)
-गाल्सवर्दी (Galsavardi)
Quote 35: सोच विचार करने में समय लगाएँ, लेकिन जब काम का समय आए, तो सोचना बंद करें और आगे बढ़ें।
-नेपोलियन बोनापार्ट (Napolean Bonaparte)
-नेपोलियन बोनापार्ट (Napolean Bonaparte)
Quote 36: अच्छी शुरुआत से आधा काम हो जाता है।
-अरस्तू (Aristotle)
-अरस्तू (Aristotle)
Quote 37: कर्म के बिना दूरदर्शिता एक दिवास्वप्न है। दूरदर्शिता के बिना कर्म दुःस्वप्न है।
-जापानी कहावत (Japanese proverb)
-जापानी कहावत (Japanese proverb)
Quote 38: “आपकी कड़ी मेहनत बेकार नहीं जाती है।”
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 39: “खाली बैठना दुनिया में सबसे थकाने वाला काम है क्योंकि सर्वस्व त्याग देना और आराम करना असंभव है।”
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 40: “आप आज जो करेंगे वह महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आप अपने जीवन का एक दिन लगा रहे हैं।”
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 41: किसी काम को करने के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचना अक्सर उसके बिगड़ जाने का कारण बनता है।
– ईवा यगं (Eva Young)
– ईवा यगं (Eva Young)
Quote 42: “परिश्रम वह चाबी है,जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है।
-चाणक्य (Chanakya)
-चाणक्य (Chanakya)
Quote 43: किसी कार्य को खूबसूरती से करने के लिए मनुष्य को उसे स्वयं करना चाहिए।
-नेपोलियन बोनापार्ट (Napolean Bonaparte)
-नेपोलियन बोनापार्ट (Napolean Bonaparte)
Quote 44: ईमानदारी और बुद्धिमानी के साथ किया हुआ काम कभी व्यर्थ नहीं जाता।
-हजारी प्रसाद द्विवेदी (Hazari Prasad Dwivedi)
-हजारी प्रसाद द्विवेदी (Hazari Prasad Dwivedi)
Quote 45: मनुष्य जन्म से नहीं बल्कि कर्म से शूद्र या ब्राह्मण होता है।
-गौतम बुद्ध (Gautam Buddha)
-गौतम बुद्ध (Gautam Buddha)
Quote 46: जो श्रम से लजाता है, वह सदैव परतंत्र रहता है।
-शरण (Sharan)
-शरण (Sharan)
Quote 47: कार्य की अधिकता से उकताने वाला व्यक्ति, कभी कोई बड़ा कार्य नहीं कर सकता।
-अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln)
-अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln)
Quote 48: अपने से हो सके, वह काम दूसरे से न कराना।
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
Quote 49: सच्चा काम अहंकार और स्वार्थ को छोड़े बिना नहीं होता।
-स्वामी रामतीर्थ (Swami Ramtirth)
-स्वामी रामतीर्थ (Swami Ramtirth)
Quote 50: काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)
Quote 51: महान कार्य शक्ति से नहीं, अपितु उधम से सम्पन्न होते हैं।
-जॉनसन (Jhonson)
-जॉनसन (Jhonson)
Quote 52: पहले कहना और बाद में करना, इसकी अपेक्षा पहले करना और फिर कहना अधिक श्रेयस्कर है।
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 53: कमजोर आदमी हर काम को असम्भव समझता है जबकि वीर साधारण।
-मदनमोहन मालवीय (Madan Mohan Malaviya)
-मदनमोहन मालवीय (Madan Mohan Malaviya)
Quote 54: प्रतिभा एक प्रतिशत प्रेरणा और निन्यानवे प्रतिशत श्रम है।
-एडीसन (Edison)
-एडीसन (Edison)
Quote 55: अच्छे कार्य करने के लिए कभी शुभ मुहूर्त मत पूछो।
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 56: बड़े कार्य, छोटे कार्यों से आरम्भ करने चाहिए।
-शेक्सपियर (Shakespeare)
-शेक्सपियर (Shakespeare)
Quote 57: स्वतंत्र वही है, जो अपना काम स्वयं कर लेता है।
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
-विनोबा भावे (Vinoba Bhave)
Quote 58: योग्यता से बिताए हुए जीवन को,हमें वर्षों से नहीं बल्कि कर्मों के पैमाने से तौलना चाहिए।
-शेरिडेन (Sheridan)
-शेरिडेन (Sheridan)
Quote 59: अपने काम में सुन्दरता तलाशो| उससे सुंदर और कुछ हों ही नहीं सकता।
-रूमी (Rumi)
-रूमी (Rumi)
Quote 60: अगर कुछ महत्व रखता है तो वह है कर्म और प्रेम।
-सिगमंड फ्रोयड (Sigmund Freud)
-सिगमंड फ्रोयड (Sigmund Freud)
Quote 61: जागरण का अर्थ है कर्म में अवतीर्ण करना।
-जयशंकर प्रसाद (Jai Shanakr Prasad)
-जयशंकर प्रसाद (Jai Shanakr Prasad)
Quote 62: जो काम आ पड़े, साधना समझ कर पूरा करो।
-स्वामी रामदास (Swami Ramdas)
-स्वामी रामदास (Swami Ramdas)
Quote 63: कहने की प्रकृति छोडो, करने का अभ्यास करो।
-अज्ञात (Unknown)
-अज्ञात (Unknown)
Quote 64: जो अपने योग्य कर्म में जी जान से लगा रहता है,वही संसार में प्रशंसा का पात्र होता है।
-ब्राह्मण ग्रन्थ (Brahman Granth)
-ब्राह्मण ग्रन्थ (Brahman Granth)
Quote 65: जीवन में ऐसा काम करो कि परिवार, गुरु और परमात्मा तीनों तुमसे खुश रहें।
-स्वामी ज्योतिनंद (Swami Jyotinand)
-स्वामी ज्योतिनंद (Swami Jyotinand)
Quote 66: कार्य उद्यम से सिद्ध होते है, मनोरथो से नही।
Quote 67: गलत काम करने का कोई सही तरीका नहीं हैं।
Quote 68: जीवन में सबसे ज्यादा आनंद उसी काम को करने में है जिसके बारे में लोग कहते हैं कि तुम नहीं कर सकते हो।
Quote 69: आपकी बुद्धि ही आपकी गुरु है।
Quote 70: कीर्ति वीरोचित कार्यो की सुगन्ध है।
Quote 71: प्रत्येक अच्छा कार्य पहले असम्भव नजर आता है।
Quote 72: कर्म करने मे ही अधिकार है, फल मे नही।
Quote 73: कर्म सरल है, विचार कठिन।
Quote 74: हमारे लिए चींटी से बढ़कर और कोई उपदेशक नहीं है। वह काम करती है और खामोश रहती है।
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