महावीर स्वामी अहिंसा के प्रतीक थे। उन्होंने 'जियो और जीने दो' के संदेश को अपनाया। जानिए भगवान महावीर के 10 अनमोल बचन...
1. * अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है अत: हमें 'जियो और जीने दो' के संदेश पर कायम रहना चाहिए।
2. * प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है। आनंद बाहर से नहीं आता।
3. * शांति और आत्मनियंत्रण ही सही मायने में अहिंसा है।
4. * हर जीवित प्राणी के प्रति दयाभाव ही अहिंसा है। घृणा से मनुष्य का विनाश होता है।
5. * सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान का भाव ही अहिंसा है।
6. * सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से ही दुखी होते हैं और वे खुद अपनी गलती सुधारकर प्रसन्न हो सकते हैं।
7. * महावीर कहते हैं कि खुद पर विजय प्राप्त करना, लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है।
8. * आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है। असली शत्रु अपने भीतर रहते हैं। वे शत्रु हैं- लालच, द्वेष, क्रोध, घमंड और आसक्ति और नफरत।
9. * आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है, न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है।
10. * महावीर हमें स्वयं से लड़ने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं- स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना? जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी।
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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