खंभात जैन तीर्थ जहा पर 108 पारसनाथ के 6 पारसनाथ की जीन प्रतिमाजी के साथ 77 देरासर है । वही पर श्री आदिनाथ जी का देरासर हे । इस देरासर के बारे मैं बहुत कम लोगो को पता होगा को इस प्रतिमाजी को पालीताना तीर्थ के लिये ऊपर पर्वत के लिए बनाया गया था। पर्वत पर बिजली गिरने के कारण दादा आदिनाथ की प्रतिमाँ जी की नाक खंडित हो गये और जैन सास्त्र मे। खंडित प्रतिमाजी की पूजा नहीं होती। तब उस प्रतिमा की बू हुबू प्रतिमा खंभात में निर्माण की । किन्तु यह प्रतिमा बनने के बाद हिली भी नहीं । और पर्वत की प्रतिमा की नाक की सोने की बनकर एक नइ प्रतिमाजी की स्थापना की गई ।
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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