ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

१६वे तिर्थंकर मुलनायक परमात्मा श्री शांतिनाथ जी भगवान राजोद नगर, ज़िला- धार ( म.प्र.)

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नाम  है  तेरा  तारण  हारा  कब  तेरा  दर्शन  होगा
जिनकी  प्रतिमा  इतनी  सुन्दर, वो  कितना  सुन्दर  होगा – ||
तुमने  तारे  लाखो  प्राणी
यह  संतो  की  वाणी  है
तेरी  छवि  पर  मेरे  भगवन
ये  दुनिया  दीवानी  है – ||
भाव  से  तेरी  पूजा रचाओं, जीवन  में  मंगल  होगा
जिनकी  प्रतिमा  इतनी  सुन्दर, वो  कितना  सुन्दर  होगा – ||
सुरवर  मुनिवर  जिनके  चरण  में
निशदिन  शीश  जुकते  है
जो  गाते  है  प्रभु  की  महिमा
वो  सब  कुछ  पा  जाते  है – ||
अपने  कष्ट  मिटाने  को  तेरे, चरणों  का  वंदन  होगा
जिनकी  प्रतिमा  इतनी  सुंदर, वो  कितना  सुंदर  होगा – ||
मन   की  मुराते   लेकर  स्वामी
तेरे  चरण  में  आये  है ,
हम  है  बालक , तेरे  जिनवर
तेरे  ही  गुण  गाते  है – ||
भाव  से  पार  उतरने  को  तेरे, गीतों  का  सरगम  होगा
जिनकी  प्रतिमा  इतनी  सुंदर, वो  कितना  सुंदर  होगा – ||
नाम  है  तेरा  तारण  हारा ……
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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