जय महावीरा बोल जरा,
बोल है ये अनमोल जरा,
करदे पली पार तुझे,
तु लंगर तो खोल जरा,
सदियों से जो भटक रहे थे,
उनका बेडा पार हुआ,
उलट फेर मे अटक रहे थे,
उनका भी उद्धार हुआ,
आना जाना लगा रहेगा,
मन की आंखे खोल जरा,
जय महावीरा बोल जरा,
बोल है ये अनमोल जरा,
मतलब के है रिश्ते नाते,
कोर्इ किसी का यार नही,
झुठी कसमें, झुठे वादे,
ये सच्चा संसार नही,
प्यार यहां पर बना तिज़ारत,
खोल ना इसकी पोल जरा
जय महावीरा बोल जरा,
बोल है ये अनमोल जरा,
क्या जीना, क्या मरना यारों,
ये दुनिया एक सपना है,
कदम–कदम पे धोखा देगी,
यहां नही कोर्इ अपना है,
ऐसी दुनिया तुझे मुबारक,
हमसे कुछ ना बोल जरा,
जय महावीरा बोल जरा,
बोल है ये अनमोल जरा
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