श्री गोडी जी पार्श्वनाथय नम:
तेरी दया से दादा मेरा काम हो रहा हे
करते हो तुम प्रभुवर मेरा नाम हो रहा हे
श्री नवपद सिद्धचक्राय नम:
दुनिया से में हारा तो आया तेरे द्वार
यहा से अगर जो हारा कहा जाऊगा सरकार.........
ॐ हीं श्री धरणेद्र पद्मावती परी पूजिताय श्री शंखेश्वरपाश्व जिनेंद्राय नम:
भोमिय जी महाराज शिखरजी तीर्थ के प्रगट प्रभाव अधिष्टायक
आप की जय जय जय......
आप की जय जय जय......
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.