ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

*सामयिक के 48 मिनट ओर 48 गुण*

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1 पाप का विराम हो 
2 धर्म में आराम हो 
3 आत्मा में विश्रांति हो 
4 समता का बीजरोपण हो 
5 मधुरता में रमण हो 
6 सहिष्णुता का बीज वपन हो 
7 ऊँचे जनो का शरणा हो 
8 गुरु चरणो में निवास हो 
9 संत शिक्षा का आचरण हो 
10 असत्य को धिक्कार हो 
11 दुर्गुनो को छोड़ दो 
12 जीवों को जीने का अधिकार दो 
13 छः काया की रक्षा हो 
14 समकीत आत्मा का लक्ष्य हो 
15 अशुभ विचारों का भक्षण हो 
16 क़षायो का वमन हो 
17 विषयों का भी वमन हो 
18 आत्म भावो में रमण हो 
19 भोगो से विरक्ति हो 
20 गुरुजनो की प्रति भक्ति हो 
21 तपस्या करने की शक्ति हो 
22 वासना का विनाश हो 
23 उपासना का विकास हो 
24 अंतर में प्रकाश हो 
25 सागर सा गम्भीर हो 
26 कष्ट सहने में धिर हो 
27 व्रत पालन में वीर हो 
28 आत्मीय भावो का अर्जन हो 
29 संस्कारो का सर्जन हो 
30 विकारों का विसर्जन हो 
31 दोषों का शोषण हो 
32 सदगुणों का पोषण हो 
33प्रसंग आने पर ग़ुस्सा ना हो 
34 शासन सेवा का सम्बल हो 
35 हर वक़्त मेरा मंगल हो 
36 गुरु कृपा का सम्बल हो 
37 प्रभु वाणी से प्रीति हो 
38 जीवन जीने की रीति हो 
39 व्यवहार में भी नीति हो 
40 अध्यात्म में अनुराग हो 
41 विषयों से वेराग हो 
42 सम्यक् ज्ञान का चिराग़ हो 
43 दर्शन का प्रकाश हो 
44 स्वाध्याय में शान हो 
45 संयम मेरा प्राण हो 
46 भवभ्रमण से विश्राम हो 
47 अंत में केवल ज्ञान हो 
48 मोक्ष मेरा धाम हो

*चाहे जो मजबूरी हो एक सामायिक जरुरी हो*

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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