घरेलु सहू काम सिद्ध करवा चो देव साचा तमे,
ने विघ्नों सघला विनाश करवा, चो शक्ति शाली तमे,
सेवे जे चरणों खरा ह्रदय थी , तेहने उपाधि नथी,
एव श्री मंदिभद्र देव तमने , वंदु खरा भावति....
देव सुख समस्त जानने , जे छे सदा जगता,
सेवना कर्नारना पलकमाँ , कष्टों बघा कापता,
सीधी सर्व मले आने भय टले , आपे सदा सन्मति,
एव श्री मणिभद्र देव तमने वंदु घना भाव थी.......
जय हो मणिभद्र वीर दादा की _
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.