जिस तरह ' छाता ' बारिश तो नहीं रोक सकता, किन्तु बारिश में खड़े रहने का ' साहस ' अवश्य देता है। ठीक इसी प्रकार ' धर्म ' तुम्हारे दुखों को तो नहीं रोक सकता, किन्तु उन्हें सहन करने का ' साहस ' जरुर ' दे सकता है।
दान छपाकर नहीं,
दान छूपाकर दो .
ढ़ोंग का जीवन नहीं,
ढ़ंग का जीवन जीओ.
सत्य शांत होता है,
असत्य शोर मचाता है.
अंतःकरण भगवान की,
बनायी अदालत है.
बातों के बादशहा नहीं,
आचरण के आचार्य बनो
जय-जिनेंद्र
*नर तनु पाइ बिषयॅ मन देहीं ।*
*पलटि सुधा ते सठ बिष लेहीं ।।*
*जो व्यक्ति मनुष्य का शरीर पाकर भी सांसारिक सुखों में ही लिप्त है, वह ऐसे मूर्ख के समान है, जो अमृत पाने के बदले विष ले लेते है ।*
*नर तनु पाइ बिषयॅ मन देहीं ।*
*पलटि सुधा ते सठ बिष लेहीं ।।*
*जो व्यक्ति मनुष्य का शरीर पाकर भी सांसारिक सुखों में ही लिप्त है, वह ऐसे मूर्ख के समान है, जो अमृत पाने के बदले विष ले लेते है ।*
जीवन में "परेशानिया" चाहे जितनी हो
"चिंता" करने से और ज्यादा होती है.....
"खामोश" होने से बिलकुल "कम"....
"सब्र" करने से "खत्म" हो जाती है।
तथा परमात्मा का "शुक्र" करने से
"खुशियो" मे बदल जाती है।
🔔आपका दिन शुभ हो🔔
"चिंता" करने से और ज्यादा होती है.....
"खामोश" होने से बिलकुल "कम"....
"सब्र" करने से "खत्म" हो जाती है।
तथा परमात्मा का "शुक्र" करने से
"खुशियो" मे बदल जाती है।
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