ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

उसे कहते है साधु ।

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* जिसके पेरौ मे जूता नही 
सिर पर छाता नही 
बेंक मे खाता नही 
परिवार से नाता नही 
उसे कहते है साधु ।

* जिसके पास मे रोकडा़ नही 
वचन मे लफड़ा नही
मन मे क्षगडा नही 
उसे कहते है साधु ।

* जिसका कोई घर नही 
किसी बात का डर नही 
दुनिया का असर नही 
उसे कहते है साधु ।

* जिसके पास बीबी नही 
साथ टीवी नही 
अमीरी गरीबी नही
नाश्ते मे जलेबी नही 
उसे कहते है साधु ।

* जो कच्चे पानी को छूता नही 
बिसतर पर सोता नही 
होटेल मे खाता नही 
उसे कहते है साधु ।

* जिसे नाई की जररूत नही 
जिसे तेली की जररूत नही 
जिसे सुनार की जररूत नही 
जिसे लुहार की जररूत नही 
जिसे दर्जी की जररूत नही 
जिसे व्यापार की जररूत नही 
जिसे धोबी की जररूत नही 
फिर भी सबको धोता है 
उसे कहते है साधु ।
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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