ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

वीरमगाम में स्तिथ धाकड़ी जैन तीर्थ


*रोग को ठीक करने के लिए जिस प्रकार औषधि काम करती है*
*ठीक उसी प्रकार जन्म मरण जैसे लगे रोग से मुक्ति पाने के लिए " जिनदेशना " रूपी औषधि को ग्रहण करना होगा ।*

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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