महसाणा, गुजरात के विसानगर के निकट भालक तीर्थ में विराजित 170 वर्ष पुरानी श्री मणिभद्रवीर दादा की प्रतिमा जी।
श्री माणिभद्र इन्द्र समकित धारी इन्द्र महाराजा और अतूल्य बलशाली, प्रकट प्रभावी है। ये इन्द्र महराजा अपार ऋद्धि-समृद्धि से सज्ज सम्पन्न इन्द्र देव है, जिनके अन्तर्गत ४००० सामनिक देव ,१६००० आत्मरक्षक देव ,३०००० तीन पार्षदा के देव जो सतत् इन्द्र महाराजा की सेवा मे तत्पर रहते हे..साथ मे ५२ वीर एवं ६४ योगनीया सदैव उनके आज्ञा के आधीन रहते है ।
।। ॐ असीआउसा नमः श्री माणिभद्र दिसतु मम सदा सर्वकार्येषु सिद्धिं ।।
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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