हे करुणामय अरिहंत!
आपने सरल मार्ग बताया है मोक्ष का
जिस पर हमें चलना है,
पर आज लोग "मार्ग" को ही पकड़ कर बैठें हैं
जिस पर हमें चलना है,
पर आज लोग "मार्ग" को ही पकड़ कर बैठें हैं
साथ ही धर्म क्रियाओं को "जड़ता" से पकड़कर
उसे क्लिष्ट बना दिया है.
उसे क्लिष्ट बना दिया है.
राज योग, कर्म योग, ग्यान योग ये सबके बस की बात नहीं, इसलिए मीरा सूरदास की तरह हम भक्ति मार्ग को
चुन सकें, इतनी कृपा बरसाना.
चुन सकें, इतनी कृपा बरसाना.
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.