श्री संभवनाथ जैन मंदिर, बैंकॉक में विराजित संभवनाथ भगवान
दर्शनं देवदेवस्य, दर्शनं पापनाशनम्।
दर्शनं स्वर्ग सोपानम्, दर्शनम् मोक्ष साधनम्।।
दर्शनं देवदेवस्य, दर्शनं पापनाशनम्।
दर्शनं स्वर्ग सोपानम्, दर्शनम् मोक्ष साधनम्।।
देव दर्शन पाप का नाश करनेवाला है । देवदर्शन स्वर्ग का सोपान है , स्वर्ग का वैभव देवदर्शन से मिलता है ।। देव दर्शन के निमित्त में होनेवाला शुभभाव , उस शुभभाव के निमित्त से बंधा हुआ पुण्यकर्म , शुद्ध भाव से होनेवाली मोक्ष की प्राप्ती ! सब सुख धर्म से ही मिलते है । अच्छा फल चाहिये तो धर्म बढ़ाना चाहिये।धर्म सुख को कारण है ।
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