ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

भीडभंजन पार्श्वनाथ दादा , खेडा


विशेषता :
विजयराज आचार्यनी प्रेरणाथी वट वृक्षनी नीचे खोदतां
संवत 1516नी सालमां प्रभाविक प्रतिमाजी प्राप्त थयां हतां।
भीड़भंजन पार्श्वनाथ दादानी स्तुति
दुर्गुणोंनी भीड वच्चे हुं भींसायो भवमहीं ,
है भीड़भंजन ! भांगजो भीड भक्त छुं तारो सही ,
वट वृक्ष नीचेथी प्रगटता खेडा तीर्थे राजता ,
' भीड़भंजन ' पार्श्वनाथने भावे करुं हुं वंदना।

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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