जब दादा की रेहमत होगी
तेरे बिगड़े काज सवँर जाएँगे
तेरी आँखों के सामने ही
तेरे सारे दुःख दर्द टल जाएँगे
बस थोड़ा भरोसा रख उस अरिहंत पर
अपने आप तेरी क़िस्मत के पन्ने पलट जाएँगे
BEST REGARDS:-
ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.