ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......



अरिहंते, सिद्धे, साहु, शरणं पव्वजामि
केवली पन्नतो धम्मं शरणं पवज्जामि 🙏
सुबह की नवकारसी का पालन और ..
रात्रि भोजन का त्याग हर जैनी को करना चाहिये 🙏
चित्त की पवित्रता से चारित्र पवित्र होता है
सबको प्रणाम करें और जय जिनेन्द्र बोलिए 🙏
प्रातः कालीन वंदना 
ऊँ ह्रींम अर्हम् श्री असिआऊसा नमः 🙏
लोक में विराजित 
समस्त अरिहंत परमेष्ठीयों को वंदन 🙏
लोक के अग्र भाग में सिध्द शिला पर विराजित
समस्त सिध्द परमेष्ठीयों को वंदन 🙏
ढाई द्वीप में विराजित समस्त
आचार्य उपाध्याय साधु परमेष्ठीयों को नमन 🙏
सभी संयमी जीवो का रत्नत्रय सदाकाल उत्तम रहे 
सभी का दिन मंगलमय हो 🙏
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