ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

मेरे आदिनाथ


मेरे दादा की तारीफ़ करूँ कैसे,
मेरे शब्दों मेँ इतना ज़ोर नहीं, 🎻
सारी दुनिया में जाकर ढूँढ लेना,
मेरे आदिनाथ जैसा कोई और नहीं!!
ह्रदय❤️ से दादा का सुमिरन किया तो🥁 जय जिनेन्द्र 

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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