ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

*महान कौन ....* 🙏 *धन* या *धर्म*... 🙏


*महान कौन ....* 🙏
*धन* या *धर्म*... 🙏   
   
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*धन* की *रक्षा करनी* पड़ती है...💰
*धर्म* हमारी *रक्षा* करता है...🙏

*धन दुर्गति* में ले जाता है...💰
*धर्म सदगति* में ले जाता है...🙏

 *धन* के लिए *पाप करना* पड़ता है...💰
*धर्म* में *पाप का त्याग* होता है...🙏


*धन* मित्रों को *दुश्मन* बना देता है...💰
*धर्म* दुश्मन को *मित्र* बना देता है...🙏

*धन* रहते हुए भी *व्यक्ति दुःखी* है...💰
*धर्म* से व्यक्ति *दुःख में भी सुखी* है...🙏

*धन* इच्छा को *बढ़ाता* है...💰
*धर्म* इच्छाओं को *घटाता* है...🙏


*धन* में *लाभ-हानी* चलती रहती है...💰
*धर्म* से *फायदा ही फायदा* है...🙏

*धन* चार गति में *भटकाता* है...💰
*धर्म* चार गति को *पार* कराता है...🙏

*धन* का साथ *इसी भव* तक है...💰
*धर्म परभव* में भी साथ रहता है...🙏

    
 *🙏 🙏 🙏 " जय जिनेंद्र " 🙏 🙏 🙏*   


BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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