ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

भैरूबाग जोधपुर


"कर्म" की गठरी लाद के, जग में फिरे इंसान।।
जैसा करे वैसा भरे, विधि का यही विधान।।
कर्म करे किस्मत बने, जीवन का ये मर्म।।
प्राणी तेरे भाग्य में, तेरा अपना कर्म।।
🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏🙏 🙏
🙏 जय जिनेन्द्र 🙏

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