ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

*पुण्य के उदयकाल मे दुनिया की कोई शक्ति हमारा बाल बाँका नही कर सकती...*
*वहीं पाप के उदयकाल मे दुनिया का कोई चमत्कार/तंत्र/मंत्र/शक्ति/विद्या आदि हमें बचा नहीं सकती।*
*_```यह जिनवाणी का शाश्वत सत्य है।```_*

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