कापरङा जी स्वयंभू श्री ॐह्रीँ धरणेन्द्र पदमावती परी पुजिताय श्री पारस नाथयः नमः यह मुर्ति जहर मोहरा (भोजन मे जहर की जानकारी देने वाला पत्थर ) से निर्मित है यह मन्दिर जी तीन मंजिला है मन्दिर जी का निर्माण स़१६१२ मे हुआ है प्रभु जी की मुर्ति अत्यधिक प्राचीन है
BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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Nice photo
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