ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

Shri Kapardaji Teerth, Shri Svayambhu Parshwanath Bhagwan



कापरङा जी स्वयंभू श्री ॐह्रीँ धरणेन्द्र पदमावती परी पुजिताय श्री पारस नाथयः नमः यह मुर्ति जहर मोहरा (भोजन मे जहर की जानकारी देने वाला पत्थर ) से निर्मित है यह मन्दिर जी तीन मंजिला है मन्दिर जी का निर्माण स़१६१२ मे हुआ है प्रभु जी की मुर्ति अत्यधिक प्राचीन है

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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