ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

odhav tirth mandan Mulnayak shree chandraprabhu swami Dada


Om shree chandar prabhu swami namo namh 🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙

॥ श्री चंद्र प्रभु स्वामी के चरणों में कोटी कोटी वंदन ।
कि जब अरिहंत परमेश्वर ही है 
जीवन के खवैया तो क्यों बन 
बंजारा में भटका भव भव
करूणा सागर की कृपा प्राप्त करने के लिए क्यों पुरूषार्थ
नहीं किया । परम सत्य की
दिव्य ज्योति में क्यों में खुद
को प्रज्वलित नहीं कर पाया ?


BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.