ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

दीवाने है आपके नाम के इस बात से इंकार नहीं


दीवाने है आपके नाम के इस बात से इंकार नहीं

कैसे कहे कि आपसे प्‍यार नहीं

कुछ तो कसूर है आपकी मुस्कराहट का

में अकेला तो गुनहगार नहीं

प्रणाम


BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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