ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......


प्रातः कालीन वंदना
ऊँ ह्रींम अर्हम् श्री असिआऊसा नमः 🙏
लोक में विराजित
समस्त अरिहंत परमेष्ठीयों को वंदन 🙏
लोक के अग्र भाग में सिध्द शिला पर विराजित
समस्त सिध्द परमेष्ठीयों को वंदन 🙏
ढाई द्वीप में विराजित समस्त
आचार्य उपाध्याय साधु परमेष्ठीयों को नमन 🙏
सभी संयमी जीवो का रत्नत्रय सदाकाल उत्तम बना रहे
सभी का दिन मंगलमय हो 🙏

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.