ॐ ह्रीँ श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नम: દર્શન પોતે કરવા પણ બીજા મિત્રો ને કરાવવા આ ને મારું સદભાગ્ય સમજુ છું.........જય જીનેન્દ્ર.......

चौमुख रत्नमय आदिनाथ भगवान की प्रतिमा शत्रुंजय गिरिराज पर पहेले हडे कीर्तिस्तंभ जिनालय में है।

Image may contain: indoor

Image may contain: 2 people, indoor

Image may contain: 2 people, indoor

Image may contain: 2 people

Image may contain: indoor

Image may contain: people standing, sky and outdoor
जय जीनेंद्र
स्फटिक रत्न के आदिनाथ भगवान
गुलाबी स्फटिक के आदिनाथ भगवान
मरगज रत्न के आदिनाथ भगवान
मयुरपंख रत्न के आदिनाथ भगवान
चौमुख रत्नमय आदिनाथ भगवान की प्रतिमा शत्रुंजय गिरिराज पर पहेले हडे कीर्तिस्तंभ जिनालय में है।

BEST REGARDS:- ASHOK SHAH & EKTA SHAH
LIKE & COMMENT - https://jintirthdarshan.blogspot.com/
THANKS FOR VISITING.

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.