जैन धर्म सर्वश्रेष्ठ है ।
हम स्वयं को धन्य समझते है कि हमें जैन कुल नसीब हुआ ।
प्रत्येक जैनी को " नवकार मंत्र " आता है पर दैनिक जीवन में इसके महत्व को हम ज़्यादातर जैनी नहीं समझते ।
कृपया.......
रात्री को सोते समय पलाठी मारकर हाथ जोड़ते हुए सात नवकार का स्मरण करें.......
कारण
भय सात प्रकार के होते है, नवकार मंत्र के प्रभाव से हम उनसे मुक्त हो जाते है दुसरा इंसान की जिन्दगी का कोई भरोसा नही, सुबह हो ना हो.........
पर
नवकार ऐसा महामंत्र है जो रात्री में सोते वक्त हमारी यथायोग्य रक्षा करता है ।
सुबह बिस्तर से उठते ही पलाठी मारकर हाथ जोड़ते हुए आठ नवकार का स्मरण करे.......
कारण
कर्म आठ प्रकार के होते है, उनसे मुक्ति के लिए हम आठ नवकार गिनते है । उसके बाद दोनों हाथ मिलाकर अर्ध चन्द्राकार स्थिति में लाए ।
आपको २४ खाने दिखेंगे, जो २४ तीर्थंकर के प्रतीक है, उन्हें नमन कर अपने अच्छे दिन की शुरुआत करें ।
सभी सगे-संबंधियों व जैन दोस्तों को अवश्य फ़ॉरवर्ड करें और स्वयं भी उपयोग करें ।
सुबह व सोते वक्त नवकार का स्मरण बहुत ही शुभ एंव फलदायक है ।
BEST REGARDS:-
ASHOK SHAH & EKTA SHAH
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